क्या Biopsy से Cancer फैल सकता है? जानिए Acharya Manish Ji से सही जानकारी
आजकल अगर किसी को शरीर में कोई गांठ दिखे, कोई सूजन हो या कुछ असामान्य महसूस हो, तो सबसे पहले डॉक्टर कहते हैं – "बायोप्सी करवा लो।" लेकिन क्या आपने कभी ध्यान से रिपोर्ट पढ़ी है? कई बार इन रिपोर्ट्स में नीचे एक छोटा सा प्रश्नचिन्ह (?) बना होता है। Acharya Manish Ji कहते हैं कि यही "?" आपकी पूरी जिंदगी बदल सकता है।
अब सोचिए, जब रिपोर्ट में लिखा है "संदेहास्पद (Suspected)", यानी अभी यह कैंसर पक्का नहीं है, फिर भी लोग घबरा जाते हैं। परिवार परेशान हो जाता है, लाखों रुपए खर्च करने के लिए तैयार हो जाते हैं। कई बार मरीज को कैंसर मानकर इलाज भी शुरू कर दिया जाता है।
Acharya Manish Ji ने तो ऐसे कई उदाहरण दिखाए जहां रिपोर्ट में केवल शक जताया गया था, लेकिन डर के कारण मरीज ने कीमोथेरेपी भी शुरू कर दी। क्या यह सही है? क्या बायोप्सी करवाना ही एकमात्र उपाय है? क्या बायोप्सी खुद में एक खतरा नहीं बन सकती?
आचार्य जी ने संतरे के उदाहरण से बड़ी ही सरल भाषा में समझाया, जैसे अगर आप एक संतरे को ज़ोर से दबा दें, तो वह फट जाएगा और जल्दी खराब हो जाएगा। उसी तरह अगर शरीर के किसी हिस्से को जैसे ब्रेस्ट, गर्भाशय या कोई गांठ सुई या चाकू से छेड़ा जाए, तो tissue डैमेज हो सकते हैं। और अगर वहां पहले से कोई कैंसर सेल्स मौजूद हैं, तो उनके फैलने के रास्ते खुल सकते हैं।
इसीलिए आज का सबसे जरूरी सवाल है – Can Biopsy Cause Cancer? क्या बायोप्सी से कैंसर फैल सकता है? क्या यह प्रक्रिया वाकई सुरक्षित है या यह एक अनदेखा खतरा है?
बायोप्सी क्या है?
Biopsy एक ऐसी जांच प्रक्रिया है जिसमें डॉक्टर शरीर के किसी हिस्से से, जैसे कि गांठ या सूजन वाले हिस्से से, थोड़ा-सा मांस या tissue निकालते हैं ताकि यह जांचा जा सके कि वहां कोई बीमारी है या नहीं। यह नमूना लैब में भेजा जाता है ताकि पता लगाया जा सके कि वो हिस्सा सामान्य है या उसमें कैंसर जैसी कोई गंभीर बीमारी है।
यह प्रक्रिया अलग-अलग प्रकार की हो सकती है:
Needle biopsy – सुई से ऊतक निकाला जाता है
Surgical biopsy – सर्जरी करके sample लिया जाता है
Endoscopic biopsy – कैमरे की मदद से शरीर के अंदर जाकर tissue लिया जाता है
क्या Biopsy से Cancer फैल सकता है?
यह सवाल आज हर उस व्यक्ति के मन में है जिसने अपने किसी करीबी को कैंसर जैसी बीमारी से जूझते देखा है। और यही सवाल Acharya Manish Ji ने बड़े ही सरल और वैज्ञानिक उदाहरणों के साथ समझाया है।
उदाहरण के तौर पर, अगर एक ट्यूमर अभी सीमित क्षेत्र में है और उसे छेड़ दिया गया तो उसके फैलने के रास्ते खुल सकते हैं। ये ट्यूमर सेल्स शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल सकते हैं – जिसे मेटास्टेसिस कहा जाता है। इसलिए यह कहा जाता है कि कभी-कभी Can Biopsy Cause Cancer – इस बात का डर असली हो सकता है।
Biopsy Side Effects – नुकसान क्या हो सकते हैं?
हालांकि मेडिकल साइंस में biopsy को एक आम जांच माना जाता है, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव (side effects) भी हो सकते हैं:
ऊतक का क्षय – biopsy के कारण टिशू में घाव हो सकता है
संक्रमण का खतरा – शरीर में बाहरी तत्व प्रवेश करते हैं
ट्यूमर के सेल्स का फैलाव – जैसा कि ऊपर बताया, कैंसर कोशिकाएं अन्य हिस्सों में फैल सकती हैं
ब्लीडिंग या सूजन – प्रक्रिया के बाद bleeding या infection आम है
मानसिक तनाव – रिपोर्ट में “संदेह” शब्द के कारण परिवार का मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है
Is Biopsy Safe for Cancer?
इस सवाल का जवाब आसान नहीं है। मेडिकल साइंस कहता है कि यह जांच जरूरी है, जबकि आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा मानते हैं कि यह शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया को प्रभावित करता है।
Acharya Manish Ji का कहना है कि:
“बायोप्सी से पहले ये समझना जरूरी है कि क्या वाकई यह प्रक्रिया जरूरी है या कोई और विकल्प है जो शरीर को बिना नुकसान पहुंचाए जानकारी दे सके।”
आयुर्वेदिक नजरिया – बिना बायोप्सी कैसे समझें समस्या?
Acharya Manish Ji के अनुसार आयुर्वेद में कैंसर को Arbuda कहा जाता है। इसमें शरीर में विषाक्तता (toxicity), जीवनशैली में असंतुलन, और मानसिक तनाव प्रमुख कारण होते हैं।
आयुर्वेद में कैंसर के लक्षणों को देखने और समझने के लिए निम्नलिखित तरीकों का सहारा लिया जाता है:
नाड़ी परीक्षण (Pulse Diagnosis)
जीभ और आंखों की जांच
दोषों का संतुलन (Vata, Pitta, Kapha)
इन तरीकों से शरीर की स्थिति को समझा जाता है और बिना किसी आक्रामक प्रक्रिया के रोग की जड़ को पकड़ा जा सकता है।
क्या करना चाहिए – सावधानी ही इलाज है
अगर आपके पास कोई रिपोर्ट आई है जिसमें “संदिग्ध” या question mark लिखा है, तो तुरंत घबराएं नहीं। कुछ सुझाव:
दूसरी राय (Second Opinion) जरूर लें
यदि रिपोर्ट पक्की नहीं है, तो कोई भी बड़ी जांच या इलाज की प्रक्रिया से पहले सोचें
आयुर्वेदिक डॉक्टर या विशेषज्ञ से संपर्क करें
बायोप्सी कराने से पहले Is biopsy safe for cancer – इस पर पूरी जानकारी लें
शरीर को प्राकृतिक रूप से समझें और संतुलन बनाने पर ध्यान दें
निष्कर्ष
Can Biopsy Cause Cancer? – इसका उत्तर है –हो सकता है, खासकर अगर यह बिना समझे और जल्दबाजी में किया जाए। हर प्रक्रिया के लाभ और हानि होते हैं। लेकिन जब बात शरीर के अंदर की हो, तो हमें ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। Biopsy side effects और रिपोर्ट में “?” जैसे संकेत यह दर्शाते हैं कि हर मामला स्पष्ट नहीं होता।
Acharya Manish Ji का संदेश यही है कि शरीर की आवाज सुनिए, आयुर्वेदिक मार्ग अपनाइए, और केवल डर या भ्रम के कारण कोई ऐसा कदम न उठाइए जो आगे चलकर नुकसानदायक हो।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. क्या बायोप्सी से कैंसर फैल सकता है?
उत्तर: कुछ मामलों में बायोप्सी से कैंसर सेल्स के फैलने का खतरा हो सकता है।
प्रश्न 2. बायोप्सी कितनी सुरक्षित होती है?
उत्तर: यह प्रक्रिया सामान्यतः सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
प्रश्न 3. क्या बायोप्सी की रिपोर्ट हमेशा सही होती है?
उत्तर:कई बार रिपोर्ट में "संदेहास्पद" लिखा होता है, जिससे भ्रम की स्थिति बनती है।
प्रश्न 4. क्या बायोप्सी के बिना भी कैंसर की पहचान संभव है?
उत्तर:आयुर्वेद और अन्य प्राकृतिक तरीकों से भी बीमारी की पहचान की जा सकती है।
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