Brain Tumor का इलाज क्या है | Chemotherapy Side Effects | Lung Cancer Survivor की कहानी – Acharya Manish Ji की राय
कैंसर से जंग जीतना आसान नहीं होता, खासकर तब जब Chemotherapy Side Effects शरीर को अंदर से तोड़ने लगें। यह कहानी है एक Brain Tumor Patient की, जिसने कीमोथेरेपी और महंगी दवाइयों का दंश झेला, लेकिन अंत में Ayurvedic Cancer Treatment से जीवनदान पाया।
खांसी से कैंसर और ब्रेन ट्यूमर तक का सफर
31 साल के इस युवक की शादी को अभी 2 महीने ही हुए थे, जब उसे लगातार खांसी की शिकायत हुई। घरवालों ने इसे मामूली सर्दी-खांसी समझकर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन डॉक्टर ने टीबी का शक जताया। जब बायोप्सी कराई गई, तो रिपोर्ट में Lung Cancer निकला। यह खबर सुनकर युवक और उसकी पत्नी स्तब्ध रह गए।
डॉक्टरों पर भरोसा और कीमोथेरेपी की शुरुआत
डॉक्टर ने आश्वासन दिया: “Chemotherapy से सब ठीक हो जाएगा।” युवक और उसकी पत्नी ने डॉक्टर पर भरोसा कर लिया और कीमोथेरेपी का सफर शुरू हुआ।
पहली कीमो के बाद ही उसका शरीर टूटने लगा।
उल्टी, बार बार पेशाब, और कमजोरी इतनी बढ़ गई कि बिस्तर से उठना भी मुश्किल हो गया।
3 कीमो के बाद युवक की हालत इतनी खराब हो गई कि उसने डॉक्टर से कहा – “अब और कीमो नहीं सह सकोगे।”
कीमो और ओरल दवाइयों ने तोड़ी हिम्मत
तीन कीमो के बाद भी डॉक्टर ने हार नहीं मानी और ओरल कीमो शुरू कर दी। हर महीने ₹70,000 की दवाईयों का सिलसिला शुरू हो गया। डेढ़ साल तक लगातार दवाइयों और कीमो से युवक का शरीर कमजोर हो गया।
ब्रेन ट्यूमर का झटका और टूटी उम्मीदें
डेढ़ साल बाद जब दोबारा जांच कराई गई, तो पता चला कि युवक को Brain Tumor हो गया है। इस बार डॉक्टरों ने कह दिया – “अब ऑपरेशन भी संभव नहीं है।”
युवक बेहोश रहने लगा।
पूरे शरीर पर फुंसियां हो गईं।
पैरों में सूजन आ गई और पेशाब आना भी बंद हो गया।
पत्नी ने छोड़ा साथ, रिश्तेदारों की गलत सलाह
चार महीने की बेटी को लेकर पत्नी ने भी युवक का साथ छोड़ दिया। युवक ने हार मानने की ठानी, लेकिन तभी उसकी मां ने Acharya Manish Ji का वीडियो देखा और कहा अब हम Ayurvedic Cancer Treatment अपनाएंगे, और कहीं नहीं जाएंगे।
HiiMS पंचकुला में नई शुरुआत
मां बेटे को लेकर सीधा HiiMS हॉस्पिटल, पंचकुला आ गईं। यहां Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में इलाज शुरू हुआ।
72 घंटे का डिटॉक्स और DIP डाइट
पहले ही दिन हॉट वाटर थैरेपी और फलों का सेवन शुरू कराया गया। DIP Diet से शरीर को डिटॉक्स किया गया।
पहले पेट साफ हुआ।
भूख नियंत्रित होने लगी।
शरीर को ऊर्जा मिलने लगी।
कीमो बंद, आयुर्वेद शुरू
कीमो और ओरल दवाइयों को तुरंत बंद कराया गया।
सूर्य चिकित्सा से शरीर को ऊर्जा मिलने लगी।
नीम-करेला जूस और कांचनार गुग्गुल से ट्यूमर को निशाना बनाया गया।
गिलोय, अश्वगंधा, और तुलसी से इम्यूनिटी बढ़ाई गई।
पैरों की सूजन कम होने लगी
हॉट वाटर इमर्शन और ग्रेविटी थेरेपी से पैरों की सूजन धीरे-धीरे कम होने लगी।
31 दिन में चमत्कारी सुधार
31 दिन बाद युवक जब घर जाने लगा, तो उसकी मां की आंखों में खुशी के आंसू थे।
मुंह की सूजन खत्म हो गई थी।
पैरों के घाव भरने लगे थे।
यूरिन भी सामान्य हो गया था।
ट्यूमर का आकार 80% तक कम हो गया था।
Acharya Manish Ji बार-बार कहते हैं – रिश्तेदारों की सलाह पर कीमो और सर्जरी की गलती मत करो!
खांसी का इलाज तुलसी और दालचीनी से हो सकता है, लेकिन डॉक्टरों के चक्कर में फंसकर लोग कैंसर तक पहुंच जाते हैं।
ब्रेन ट्यूमर 80% तक ठीक हो गया
अब इस युवक को दोबारा 15-20 दिन के लिए बुलाया जाएगा।
Brain Tumor 80% तक ठीक हो चुका है।
पैर की सूजन खत्म हो गई है।
जीवन में नई उम्मीद वापस आ गई है।
आयुर्वेद से जीवन में नई रोशनी
अब युवक को तीन महीने बाद दोबारा सभी टेस्ट कराने होंगे। पूरी तरह ठीक होने तक Ayurvedic Cancer Treatment जारी रहेगा। Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में HiiMS पंचकुला में दिए गए प्राकृतिक इलाज ने युवक को जीवनदान दिया।
निष्कर्ष:
कैंसर से लड़ाई आसान नहीं है, लेकिन सही समय पर सही इलाज चुनना आपकी ज़िंदगी बदल सकता है। Chemotherapy Side Effects ने इस युवक की हालत को बिगाड़ दिया, लेकिन Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में अपनाए गए Ayurvedic Cancer Treatment ने उसे नई जिंदगी दी। कीमो और सर्जरी का जाल छोड़कर, आयुर्वेद का मार्ग अपनाना ही सही समाधान है। अपनी बॉडी की भाषा समझें और खुद का डॉक्टर बनें। अगर आप भी इस कहानी से प्रेरित हुए हैं और brain cancer treatment के लिए प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय अपनाना चाहते हैं, तो अब समय आ गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: क्या आयुर्वेद से Brain Tumor का इलाज संभव है?
उत्तर: Ayurvedic Cancer Treatment प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और थैरेपी से ट्यूमर को ठीक करने में सहायक है।
प्रश्न: क्या Chemotherapy Side Effects से बचा जा सकता है?
उत्तर: कीमो बंद कर आयुर्वेद अपनाने से शरीर पर पड़ने वाले साइड इफेक्ट्स को रोका जा सकता है।
प्रश्न: Ayurvedic Cancer Treatment में कौन-कौन सी थैरेपी होती हैं?
उत्तर: इसमें DIP Diet, हॉट वाटर थैरेपी, सूर्य चिकित्सा, और ग्रेविटी थेरेपी शामिल होती हैं।
प्रश्न: Brain Tumor के लिए कौन-सी जड़ी-बूटियां प्रभावी हैं?
उत्तर: नीम-करेला जूस, कांचनार गुग्गुल, गिलोय, अश्वगंधा, और तुलसी से इम्यूनिटी बढ़ाई जाती है।
प्रश्न: क्या HiiMS पंचकुला में Ayurvedic Cancer Treatment से पूरी तरह ठीक हुआ जा सकता है?
उत्तर:Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में HiiMS पंचकुला में मरीज को जीवनदान मिला है।
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