
आचार्य मनीष जी के मार्गदर्शन में कीमो के बाद मिली नई उम्मीद और जीवन
कहते हैं जब सब रास्ते बंद हो जाते हैं, लकिन तब भी एक उम्मीद की किरण जरूर दिखाई देती है और कुछ ऐसा ही हुआ, एक 60 वर्षीय महिला के साथ, जिनकी ज़िंदगी 4th स्टेज लंग कैंसर के बाद लगभग खत्म सी हो गई थी। उन्होंने दिल्ली के मशहूर अस्पताल में अपना इलाज कराया , वहां उन्हें 62 बार Chemotherapy दी गयी । लाखों रुपये खर्च हो गए, लेकिन नतीजा कुछ नहीं आया। उनका शरीर दिन-ब-दिन कमजोर होता गया, Chemotherapy Side Effect ने उन्हें इतना थका दिया और कमज़ोर कर दिया कि वह wheelchair तक सीमित हो गईं थी।
Side Effects of Chemotherapy Radiations इतने भयंकर थे कि उन्हें लगातार उल्टियाँ, मुँह में लार, खाने की इच्छा खत्म हो गई और बाल झड़ने के साथ-साथ त्वचा भी काली पड़ गई थी। शरीर में बहुत दर्द, हड्डियों में कमजोरी, मानसिक तनाव और नींद न आने की समस्या ने उन्हें तोड़ दिया था। डॉक्टरों ने यह तक कह दिया था कि अब ज्यादा कीमोथेरेपी यहाँ दवाइयाँ देने से किडनी और हार्ट फेल हो सकते हैं।
ऐसे मुश्किल समय में उन्होंने Acharya manish ji का एक वीडियो देखा और इंटरनेट पर पढ़ा , जिसमें उन्होंने Ayurvedic Lungs Cancer Treatment की बात की थी – एक ऐसा इलाज जो बिना दर्द, बिना साइड इफेक्ट्स के होता है। यही से उन्हें एक नई उम्मीद मिली और वे पहुँचीं HIIMS आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में।
HIIMS में शुरू हुआ जीवन का नया अध्याय: कीमो के बाद मिली नई उम्मीद
यहाँ उन्होंने ना कोई कीमो लिया, ना ही दर्द भरी दवाइयाँ। उन्होंने सिर्फ अपनाया आचार्य मनीष जी का बताया हुआ मार्ग – जिसमें शामिल थे आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ, पंचकर्म थैरेपी, DIP डाइट और प्राकृतिक जीवनशैली। सिर्फ 13 दिनों में उन्होंने चलना शुरू कर दिया। दर्द में काफी राहत मिली, नींद बेहतर हुई और चेहरे पर फिर से जीवन की चमक लौट आई। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
कीमोथेरेपी और रेडिएशन के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Chemotherapy Radiation)
शरीर में लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना।
बालों का झड़ना और त्वचा की रंगत में बदलाव।
मुँह में छाले, लार बहना और स्वाद में बदलाव।
उल्टी और पाचन संबंधी समस्याएँ।
हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द रहना।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना और बार-बार इन्फेक्शन होना।
नींद न आना और मानसिक तनाव बढ़ जाना।
भूख कम लगना और वजन तेजी से घटना।
याददाश्त कमजोर होना और सोचने में कठिनाई।
heart और किडनी पर बुरा असर पड़ना।
Ayurvedic Lungs Cancer Treatment की विशेषताएँ
आचार्य मनीष जी के अनुसार, Ayurvedic Lungs Cancer Treatment सिर्फ शरीर नहीं, आत्मा को भी ठीक करता है। इस उपचार में शामिल हैं:
1. पंचकर्मा थेरेपी
विरेचन: विरेचन की मदद से हमरा अंदरूनी सफाई होती है, खासकर liverऔर lungs की। इसके बाद व्यक्ति को सांस लेने में बहुत आसानी महसूस होती है।
बस्ति: यह एक आयुर्वेदिक थेरेपी है जिसकी मदद से हमरा शरीर में जमे हुए दोषों को बाहर निकलने में आसानी होती है और lungs की कोशिकाओं को ताकत मिलती है।
नस्य: नाक के ज़रिए दवाओं को देने की यह विधि श्वसन तंत्र को खोलती है जिससे हमे सांस लेने की तकलीफ में राहत मिलती है।
वमन: यह शरीर से जमा कफ को निकालने की आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जो खांसी और बलगम को कम करती है।
रक्तमोक्षण (Raktamokshan): यह विधि शरीर से दूषित खून निकालती है, जिससे शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है।
2. घरेलू आयुर्वेदिक उपाय
मुलेठी: जब गला बार-बार खराब हो रहा हो या खांसी बहुत बलगम वाली हो, तो मुलेठी चूसने से गले को काफी राहत मिलती है। यह धीरे-धीरे बलगम को धीरे धीरे बहर निकल देती है।
वसा: यह एक खास पौधा है जिसकी पत्तियों का रस लेने से lungs में जमा गंदगी साफ होती है और सांस की नली खुलने लगती है।
तुलसी: रोज सुबह कुछ तुलसी के पत्ते चबाने से फेफड़ों में सूजन कम होती है और शरीर बीमारियों से लड़ने में बेहतर बनता है।
पिप्पली: यह छोटी सी मसालेदार जड़ी-बूटी lungs तक oxygen पहुँचाने की क्षमता बढ़ाती है और जमा हुआ कफ निकालने में मदद करती है।
इलायची: छोटी सी इलायची जब चबाई जाती है, तो मुँह और सांस में ताजगी भर जाती है। यह खांसी में भी आराम देती है और गले को साफ रखती है।
3. जीवनशैली में जरूरी बदलाव
Sunlight Therapy: रोज 30–40 मिनट धूप में बैठना शरीर को विटामिन D देता है और सूजन कम करता है।
Zero Volt Therapy: नंगे पैर घास पर चलना इलेक्ट्रॉन बैलेंस करता है, जिससे नींद अच्छी आती है और थकान दूर होती है।
DIP Diet: यह डाइट हर व्यक्ति के शरीर के अनुसार होती है। इसमें शामिल होते हैं फल, कच्ची सब्जियाँ, अंकुरित अनाज और सीज़नल फूड्स।
Chemotherapy Side Effects से मुक्ति कैसे मिली?
महिला बताती हैं कि Side effects of chemotherapy radiations से जो तकलीफ उन्हें हुई, वह शारीरिक के साथ साथ मानसिक भी थी। लेकिन आचार्य मनीष जी के मार्गदर्शन में जब उन्होंने प्राकृतिक रास्ता चुना, तो उनका शरीर खुद से ही ठीक होने लगा। ना कोई और दर्द, ना उल्टी, ना कमजोरी। उन्होंने महसूस किया कि आयुर्वेद शरीर की गहराई में जाकर काम करता है।
Stage 4 Lung Cancer Recovery
यह महिला अकेली नहीं हैं, आज हजारों लोग ऐसे हैं जो आधुनिक इलाज से थककर Ayurvedic Lungs Cancer Treatment की ओर रुख कर रहे हैं। और उन्हें मिल रही है – एक नई जिंदगी।
अगर समय रहते सही दिशा में कदम उठाया जाए, तो जीवन को बचाया जा सकता है। ये कहानी सिर्फ एक मरीज की नहीं, बल्कि उन सभी की है जो अब भी कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं और हर दिन हार मान रहे हैं।
आचार्य मनीष जी का संदेश:
“कभी भी अपने शरीर को सिर्फ मशीन मत समझिए, यह आत्मा का मंदिर है। जब आप प्रकृति की ओर लौटते हैं, तो शरीर खुद से ही उपचार करना जानता है।”
निष्कर्ष
इससे यह सीख मिलती है की एलॉपथी में जाने से पहले आयुर्वेद को अपनाए , जो की बिना किसी साइड इफेक्ट के बदलाव देता है। HIIMS में एक महिला ने Chemotherapy Side Effect से परेशान होकर जीवन से उम्मीद खो दी थी, तब आचार्य मनीष जी के बताए हुए Ayurvedic Lungs Cancer Treatment ने उन्हें एक नई रोशनी दी जिससे उनका जीवन बदलने लगा। केवल 13 दिनों में उन्होंने ना सिर्फ चलना शुरू किया, बल्कि फिर से हँसना, जीना और सपने देखना शुरू कर दिया। यह उदाहरण हमें यह सिखाता है कि चाहे बीमारी कितनी भी गंभीर क्यों न हो, अगर सही वक्त पर सही मार्गदर्शन और सही पथ चुना जाए, तो सुधार संभव है। Side effects of chemotherapy radiations से राहत और शरीर को फिर से शक्ति देने के लिए आयुर्वेद एक भरोसेमंद विकल्प है। आयुर्वेद एक ऐसा मार्गदर्शन जिसका कोई सासाइड इफेक्ट नहीं है।
FAQ
प्रश्न 1. 4th स्टेज लंग कैंसर का इलाज संभव है क्या?
उत्तर: सही आयुर्वेदिक उपचार और जीवनशैली बदलाव से सुधार संभव है।
प्रश्न 2. Chemotherapy के Side Effects को कैसे कम किया जा सकता है?
उत्तर: पंचकर्म, DIP डाइट और प्राकृतिक चिकित्सा से राहत मिल सकती है।
प्रश्न 3. Ayurvedic Lungs Cancer Treatment में क्या शामिल होता है?
उत्तर: जड़ी-बूटियाँ, पंचकर्म, संतुलित आहार और जीवनशैली में सुधार।
प्रश्न 4. Stage 4 Lung Cancer Recovery में कितना समय लगता है?
उत्तर: यह व्यक्ति की स्थिति और अनुशासन पर निर्भर करता है।
प्रश्न 5. क्या बिना कीमोथेरेपी के भी कैंसर में सुधार हो सकता है?
उत्तर: कई मामलों में आयुर्वेदिक मार्गदर्शन से सुधार देखा गया है।
Acharya Manish invites you to join him on this journey towards holistic wellness. Embrace the ancient wisdom of Ayurveda and Naturopathy, and be a part of a global community committed to natural health and well-being.
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