नाभि ठीक करने का सरल उपाय | धरन को कैसे ठीक करें | Navel Displacement समाधान | Guidance by Acharya Manish Ji
नाभि खिसकना या धरन (Navel Displacement) एक आम समस्या है जो अक्सर अचानक भारी वस्तु उठाने, गिरने या पेट पर अधिक दबाव पड़ने से हो सकती है। इस स्थिति में नाभि अपनी जगह से थोड़ा इधर-उधर हो जाती है, जिससे पेट दर्द, अपच, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन से HiiMS में Ayurvedic Treatment for Navel Displacement के जरिए धरन को सही करने के लिए प्रभावी और प्राकृतिक उपाय किए जाते हैं। यहां नाभि बस्ती (Nabhi Basti), नाभि लेपम (Nabhi Lepam) और उदर बस्ती (Udhar Basti) जैसी पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों का उपयोग किया जाता है, जो बिना किसी दुष्प्रभाव के धरन को सही करते हैं और पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।
धरन खिसकने के कारण (Causes of Navel Displacement)
भारी वजन उठाना या अचानक झटका लगना
अत्यधिक शारीरिक श्रम या मेहनत
अचानक गिरना या पेट में चोट लगना
असंतुलित आहार और कमजोर पाचन तंत्र
महिलाओं में प्रसव के दौरान नाभि खिसकने की संभावना अधिक होती है।
धरन खिसकने के लक्षण (Symptoms of Navel Displacement)
पेट में दर्द, गैस और अपच
भूख न लगना और शरीर में कमजोरी
कब्ज और मलत्याग में कठिनाई
अनियमित मासिक धर्म (महिलाओं में)
थकान और चिड़चिड़ापन
घर पर धरन ठीक करने के आसान उपाय (Home Remedies for Navel Displacement)
आचार्य मनीष जी द्वारा धरन ठीक करने की विधि
चरण 1: धरन की पहचान करें
नाभि के आसपास हल्के हाथ से दबाव डालें।
यदि किसी पॉइंट को दबाने से तेज दर्द हो तो इसका मतलब है कि नाभि खिसकी हुई है।
चरण 2: धरन ठीक करने की प्रक्रिया
सीधे खड़े हो जाएं:
पैर कंधे की चौड़ाई जितना खोलें और सीधे खड़े हो जाएं।
हाथों को ढीला छोड़ें और आंखें सामने रखें।
हाथ की स्थिति:
ब्लड प्रेशर चेक करने वाली नस (कलाई के पास) को पहचानें।
दूसरी हाथ की चार उंगलियां कलाई पर रखें और हल्का हुक बनाएं।
बचपन में डड्डू (Duddu) निकालने की तरह पकड़ बनाएं।
नाभि सेट करने का तरीका:
कलाई पर हुक बनाकर हल्का दबाव डालें।
धीरे-धीरे हाथ को ऊपर की ओर उठाएं।
वन टू थ्री गिनकर, इस क्रिया को तीन बार दोहराएं।
दूसरे हाथ से भी यही प्रक्रिया तीन बार दोहराएं।
चरण 3: इस प्रक्रिया को 3-4 दिन तक दोहराएं।
लगातार 3-4 दिन इस प्रक्रिया को करने से नाभि अपने स्थान पर आ जाती है।
Dharan kaise thik kare | नाभि ठीक करने का सही तरीका
नाभि बस्ती (Nabhi Basti): पेट को मजबूत करने की थेरेपी
नाभि बस्ती एक प्रभावी आयुर्वेदिक प्रक्रिया है जिसमें नाभि क्षेत्र में गर्म औषधीय तेलों को एक निर्धारित समय तक रखा जाता है। यह थेरेपी नाभि को सही स्थिति में लाने, पाचन तंत्र को सुधारने और दर्द को कम करने में सहायक होती है।
फायदे:
नाभि को प्राकृतिक रूप से सही स्थिति में लाता है।
पेट के दर्द, गैस और कब्ज को दूर करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और भूख को सामान्य करता है।
नाभि लेपम (Nabhi Lepam) – धरन ठीक करने का विशेष लेप
नाभि लेपम में औषधीय जड़ी-बूटियों का उपयोग करके एक विशेष पेस्ट तैयार किया जाता है, जिसे नाभि क्षेत्र में लगाया जाता है। यह उपचार नाभि को सही स्थान पर लाने और दर्द व सूजन को कम करने में मदद करता है।
फायदे:
नाभि खिसकने से होने वाले दर्द और सूजन को कम करता है।
आंतों की सूजन को कम करके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
नाभि को सही स्थिति में लाने में सहायक होता है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो धरन को ठीक करने में सहायक हैं
हिंग (Asafoetida): गैस और अपच को दूर करके पाचन सुधारती है।
अजवाइन (Carom Seeds): पेट में गैस और दर्द को कम करती है।
त्रिफला (Triphala): मलत्याग को आसान बनाकर कब्ज को दूर करती है।
शतावरी (Shatavari): महिलाओं में प्रसव के बाद नाभि को सही स्थिति में लाने में सहायक।
Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में HiiMS में विशेष उपचार
Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में HiiMS (Hospital & Institute of Integrated Medical Sciences) में Ayurvedic Treatment for Navel Displacement के तहत नाभि बस्ती, नाभि लेपम और उदर बस्ती जैसी प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का समावेश किया गया है। इन प्रक्रियाओं के माध्यम से नाभि को प्राकृतिक रूप से सही स्थान पर लाया जाता है और पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
नाभि खिसकने से बचाव के उपाय
भारी वजन उठाने से बचें।
अचानक झुकने या झटके से बचाव करें।
नियमित रूप से पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए योग करें।
संतुलित आहार लें और पाचन तंत्र को मजबूत बनाएं।
निष्कर्ष
नाभि ठीक करने का सही तरीका आयुर्वेद में सुरक्षित और प्राकृतिक रूप से मौजूद है। Acharya Manish Ji के मार्गदर्शन में HiiMS में नाभि बस्ती, नाभि लेपम और उदर बस्ती जैसी प्रक्रियाओं से नाभि खिसकने की समस्या को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। अगर आप धरन की समस्या से पीड़ित हैं, तो आज ही HiiMS में विशेषज्ञों से परामर्श करें और नाभि को सही स्थान पर लाकर स्वस्थ जीवन पाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न: धरन (नाभि खिसकना) क्या है
उत्तर: नाभि का अपनी सामान्य स्थिति से हट जाना, जिससे गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याएं होती हैं।
प्रश्न: धरन खिसकने के मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर:भारी वजन उठाना, झटका लगना, पेट में चोट, कमजोर पाचन और प्रसव के दौरान दबाव।
प्रश्न: धरन खिसकने के लक्षण क्या हैं?
उत्तर: पेट दर्द, भूख न लगना, कब्ज, अनियमित मासिक धर्म और थकान।
प्रश्न: धरन ठीक करने का घरेलू उपाय क्या है?
उत्तर: नाभि सेट करने के लिए कलाई पर दबाव देकर 3 बार ऊपर की ओर उठाएं।
प्रश्न: नाभि बस्ती क्या है और इसके फायदे क्या हैं?
उत्तर: नाभि क्षेत्र में औषधीय तेल रखने से नाभि को सही स्थिति में लाना और पाचन सुधारना।
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