आचार्य मनीष जी का आयुर्वेदिक उपचार: पीलिया और कमजोरी से पाएं पूरी राहत
पीलिया यानी शरीर में पित्त बढ़ने के कारण त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ जाना। इसके साथ कमजोरी, थकान, भूख कम लगना और पेशाब का रंग गहरा होना जैसे लक्षण भी दिखते हैं। लीवर जब सही तरीके से काम नहीं करता तो विषैले तत्व शरीर में जमा हो जाते हैं। अक्सर लोग पीलिया को हल्के में लेते हैं और "घरेलू नुस्खों या दवाइयों पर निर्भर तो हो जाते हैं, लेकिन अगर जड़ से सफाई न हो तो पीलिया बार-बार लौट सकता है। ऐसे में Ayurvedic Remedies for Jaundice बहुत फायदेमंद होती हैं क्योंकि ये लीवर को अंदर से साफ और मजबूत करने में मदद करती हैं।"
Acharya Manish Ji के अनुसार, यदि समय पर शरीर की सफाई और सही आहार लिया जाए तो पीलिया से बचाव संभव है। वे कहते हैं,
"आहार शुद्धौ सत्त्व शुद्धिः, सत्त्व शुद्धौ ध्रुवा स्मृतिः।"
यानी शुद्ध आहार से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। Ayurvedic Treatment for Jaundice के ज़रिए उन्होंने हजारों लोगों को राहत दिलाई है।
आचार्य मनीष जी के तरीके से पीलिया का इलाज
"Acharya Manish ji का तरीका बेहद सरल और सहज है। उनका मानना है कि बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए शरीर की गहराई से सफाई करना जरूरी है। 'Ayurvedic Remedies for Jaundice' में जो उपाय बताए गए हैं, उन्हें हर कोई आसानी से अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकता है।"
पंचकर्म थेरेपी:
पंचकर्म यानी शरीर की गहरी सफाई। इसमें शरीर से सारी गंदगी, जो लीवर पर बोझ डालती है, बाहर निकाली जाती है। पंचकर्म के बाद शरीर हल्का महसूस करता है और लीवर फिर से अपना काम सही ढंग से करने लगता है। Ayurvedic Treatment for Jaundice में पंचकर्म का बड़ा योगदान है।
ग्रेविटी थेरेपी:
आचार्य मनीष जी के अनुसार ग्रेविटी थेरेपी (उल्टे लेटकर सिर को नीचे करना) लीवर में रक्त प्रवाह को बढ़ाती है, जिससे विषाक्तता तेजी से कम होती है।
विरेचन प्रक्रिया:
पीलिया में विरेचन, यानी पेट की अच्छी सफाई, बहुत जरूरी होती है। आचार्य मनीष जी के मुताबिक विरेचन से लीवर, आंत और बाकी अंगों में जमा गंदगी बाहर निकलती है। यह तरीका शरीर को फिर से नया जोश देता है और कमजोरी भी दूर करता है।
गोकुल और कीटची की खुराक:
पीलिया में हल्का और जल्दी पचने वाला खाना बहुत जरूरी होता है। गोकुल यानी हरे मूंग की खिचड़ी और पतली कीटची खाने से लीवर को आराम मिलता है और शरीर से गंदगी आसानी से बाहर निकलती है।
गौमूत्र अर्क और गिलोय रस:
आयुर्वेद में गौमूत्र को सबसे अच्छा प्राकृतिक जीवाणुनाशक माना गया है। इसे गिलोय रस के साथ मिलाकर पीने से लीवर मजबूत होता है और पीलिया जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
ताजे नींबू पानी का सेवन:
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू निचोड़कर पीने से लीवर की सफाई होती है और पाचन शक्ति सुधरती है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ:
Acharya Manish Ji कुछ खास जड़ी-बूटियाँ बताते हैं, जो लीवर को ताकत देती हैं:
Kutki: लीवर की सफाई में मदद करती है और शरीर में जमा खराब पित्त को बाहर निकालती है।
Bhumyamalaki: लीवर के खराब हो चुके हिस्सों को ठीक करती है और नई ऊर्जा देती है।
Giloy: रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाती है।
Aloe Vera: पाचन को ठीक करती है और लीवर से जहरीले तत्व हटाती है।
Kalmegh: लीवर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों से बचाती है।
Papaya Leaves: खून को साफ करती है और शरीर की सफाई में मदद करती है।
Daruharidra: लीवर को ताकतवर बनाती है और गंदगी को शरीर से बाहर करती है।
"इन जड़ी-बूटियों से Ayurvedic Remedies for Jaundice का असर और भी बढ़ जाता है।"
How to Protect Yourself from Jaundice:
केवल शुद्ध, स्वच्छ पानी का सेवन करें।
तैलीय, भारी और बासी भोजन से परहेज करें।
पर्याप्त आराम करें और धूप का संतुलित सेवन करें।
हर दिन ताजे फल और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
खुले में बिकने वाले खाने और स्ट्रीट फूड से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इनमें अक्सर गंदगी और संक्रमण का खतरा रहता है।
नियमित रूप से गौ आधारित उत्पादों का सेवन करें।
Acharya Manish Ji के अनुसार, जीवनशैली में थोड़े से प्राकृतिक बदलाव और आयुर्वेदिक नियमों के पालन से पीलिया को जड़ से रोका जा सकता है।
आयुर्वेदिक उपायों से पीलिया में होने वाले बदलाव
जब आप Ayurvedic Treatment for Jaundice अपनाते हैं तो कुछ समय में खुद महसूस करेंगे:
भूख बढ़ने लगती है।
शरीर में ताकत लौटने लगती है।
त्वचा और आंखों का पीलापन कम होने लगता है।
थकान और चक्कर आना कम हो जाता है।
Ayurvedic Remedies for Jaundice का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह शरीर को भीतर से साफ और मजबूत बनाती है, ना कि सिर्फ बीमारी को छुपाती है।
निष्कर्ष
अगर आप भी पीलिया या कमजोरी से परेशान हैं तो आचार्य मनीष जी के सुझाए हुए Ayurvedic Treatment for Jaundice को अपनाना एक अच्छा रास्ता हो सकता है। आयुर्वेद न सिर्फ बीमारी को बाहर से ठीक करता है, बल्कि शरीर के अंदर से भी ताकत देता है। Ayurvedic Remedies for Jaundice से न केवल लीवर साफ होता है, बल्कि शरीर हल्का और ऊर्जावान भी महसूस होता है। आचार्य मनीष जी का साफ संदेश है: प्राकृतिक जीवनशैली अपनाइए, खुद को स्वस्थ रखिए और आयुर्वेद से अपने जीवन को सुंदर बनाइए।
Acharya Manish Ji की बताई हुई राह पर चलकर हम शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रख सकते हैं।
इस वीडियो में Acharya Manish Ji ने आसान Ayurvedic Remedies for Jaundice बताए हैं, जिनसे आप घर पर ही पीलिया से राहत पा सकते हैं। जानिए Ayurvedic Treatment for Jaundice और How to Protect Yourself from Jaundice के सरल उपाय।
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